Shabdarup parichay
We title this as अकारान्तः
पुल्लिङ्गः राम सब्धः – . This
means to, the word rama which ends with the vowel syllable a.
विभक्ति – Cases
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एकवचन – Singular
|
द्विवचन – Dual
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बहुवचन – Plular
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प्रथमा - कर्ता
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रामः
(ने / - ) |
रामौ
|
रामाः
|
द्वितीय - कर्म
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रामं
(को / to ) |
रामौ
|
रामान्
|
तृतीया - करण
|
रामेण
( से, द्वारा / by , with ) |
रामाभ्यां
|
रामैः
|
चतुर्थी - सम्प्रदान
|
रामाय
(के लिए / for ) |
रामाभ्यां
|
रामेभ्यः
|
पञ्चमी - अपादान
|
रामात्
(से / from ) |
रामाभ्यां
|
रामेभ्यः
|
षष्ठी - सम्बन्धक
|
रामस्य
( का, के,की,रा,रे,री / of ,'s ) |
रामयोः
|
रामाणां
|
सप्तमी - अधिकरण
|
रामे (में,पर/in,at,on)
|
रामयोः
|
रामेषु
|
सम्बोधन
|
हे
राम
|
हे
रामौ
|
हे
रामाः
|
Let us discuss about each विभक्ति and its
terms of usage.
1. कर्ता - वाक्य में जो क्रिया करता है वह कर्ता होता है |
रामः – One Rama ; रामौ – Two Ramas ; रामाः – Many Ramas.
example –
- रामः फलं खादति |
- राम फल ख़ाता है | (राम यहाँ कर्ता है )
रामः – One Rama ; रामौ – Two Ramas ; रामाः – Many Ramas.
example –
- रामः फलं खादति |
- राम फल ख़ाता है | (राम यहाँ कर्ता है )
2. कर्म - जिस पर होती है उसे कर्म कहते है |
examples -
- मोहनः रामं मारयति |
- मोहन ने राम को मारा |( यहाँ राम कर्म है क्योकि क्रिया राम पर हो रही है | )
Here look at rama – अत्र रामं पश्य
examples -
- मोहनः रामं मारयति |
- मोहन ने राम को मारा |( यहाँ राम कर्म है क्योकि क्रिया राम पर हो रही है | )
Here look at rama – अत्र रामं पश्य
Here look at two ramas – अत्र रामौ पश्य
Here look at many ramas – अत्र रामान् पश्य
3. करण - जिस से क्रिया हो अर्थात जिस वास्तु से क्रिया को पूरा किया जाए उसे करण कहते है |
examples -
- मोहनः हस्तेन फलं खादति |
- मोहन हाथ से फल को खाता है | (यहाँ हाथ करण है क्योकि खाने की क्रिया को पूरा करने लिए हाथ का प्रयोग हो रहा है| )
रामेण – by a rama
examples -
- मोहनः हस्तेन फलं खादति |
- मोहन हाथ से फल को खाता है | (यहाँ हाथ करण है क्योकि खाने की क्रिया को पूरा करने लिए हाथ का प्रयोग हो रहा है| )
रामेण – by a rama
रामाभ्यां – by two ramas
रामैः
– by many ramas
4. सम्प्रदान - जब कोई क्रिया किसी कारण से हो तब सम्प्रदान का प्रयोग होता है |
- मोहनः रामाय फलं ददाति |
- मोहन राम के लिए फल देता है | ( इस वाक्य में फल लाने का कारण बताया गया है क्योकि यह फल राम के लिए देना है अर्थात जब देने की क्रिया बताई जाए तब सिर्फ और सिर्फ चतुर्थी विभक्ति का प्रयोग होता है
रामाय – (for / to) a rama
- मोहनः रामाय फलं ददाति |
- मोहन राम के लिए फल देता है | ( इस वाक्य में फल लाने का कारण बताया गया है क्योकि यह फल राम के लिए देना है अर्थात जब देने की क्रिया बताई जाए तब सिर्फ और सिर्फ चतुर्थी विभक्ति का प्रयोग होता है
रामाय – (for / to) a rama
रामाभ्यां – (for / to) two ramas
रामेभ्यः – (for / to) many ramas
5 . अपादान -1 जब किसी भी व्यक्ति या वस्तु को किसी भी व्यक्ति या वस्तु से तुलना की जाए तब प्रयोग होता है।
- मोहनः रामात चतुरः अस्ति।
- मोहन राम से चालाक है। | ( इस वाक्य में राम से मोहन की तुलना की जा रही है।
2. जब किसी स्थान से दूसरे स्थान पर जाते समय इस विभक्ति का प्रयोग होता है।
- मोहनः गृहात विद्यालयं गच्छति।
- मोहन घर से विद्यालय जा रहे है । | ( इस वाक्य में दो स्थानों के बीच का वर्णन किया गया है ।)
रामात् – from a rama
- मोहनः रामात चतुरः अस्ति।
- मोहन राम से चालाक है। | ( इस वाक्य में राम से मोहन की तुलना की जा रही है।
2. जब किसी स्थान से दूसरे स्थान पर जाते समय इस विभक्ति का प्रयोग होता है।
- मोहनः गृहात विद्यालयं गच्छति।
- मोहन घर से विद्यालय जा रहे है । | ( इस वाक्य में दो स्थानों के बीच का वर्णन किया गया है ।)
रामात् – from a rama
रामाभ्यां – from two ramas
रामेभ्यः – from many ramas
6 . सम्बन्धक - जब किसी भी व्यक्ति वस्तु या स्थान का सम्बन्ध बताया जाए |
- मोहनस्य गृहे फलानि सन्ति |
- मोहन के घर में फल हैं। ( इस वाक्य में मोहन का घर के साथ सम्बन्ध बताया गया है।
रामस्य – of a rama
- मोहनस्य गृहे फलानि सन्ति |
- मोहन के घर में फल हैं। ( इस वाक्य में मोहन का घर के साथ सम्बन्ध बताया गया है।
रामस्य – of a rama
रामयोः
– of two ramas
रामाणां – of many ramas
7 . अधिकरण - जब सही समय या स्थान का प्रयोग होता है तब इस विभक्ति का प्रयोग होता है |
- मोहनस्य गृहे फलानि सन्ति |
- मोहन के घर में फल हैं। ( इस वाक्य में मोहन का घर के साथ सम्बन्ध बताया गया है।
रामे – in a rama
- मोहनस्य गृहे फलानि सन्ति |
- मोहन के घर में फल हैं। ( इस वाक्य में मोहन का घर के साथ सम्बन्ध बताया गया है।
रामे – in a rama
रामयोः
– in two ramas
रामेषु
– in many ramas
8. हे राम – hey! rama.
हे
रामौ
– hey! two ramas.
हे
रामाः
– hey! many ramas.
What is Shabd Roop of Balak? Know
below (शब्द
रूप) shabd roop of balak in sanskrit
grammar. बालक
(लड़का) ke Pulling shabd roop kya Hain.
विभक्ति
|
एकवचन
|
द्विवचन
|
बहुवचन
|
प्रथमा
|
बालकः
|
बालकौ
|
बालकाः
|
द्वितीया
|
बालकम्
|
बालकौ
|
बलकान
|
तृतीया
|
बाल्केन
|
बालकाभ्याम्
|
बालकैः
|
चर्तुथी
|
बालकाय
|
बालकाभ्याम्
|
बालकेभ्यः
|
पन्चमी
|
बालकात्
|
बालकाभ्याम्
|
बालकेभ्यः
|
षष्ठी
|
बालकस्य
|
बालकयोः
|
बालकानाम्
|
सप्तमी
|
बालके
|
बालकयोः
|
बालकेषु
|
सम्बोधन
|
हे बालक!
|
हे बालकौ!
|
हे बालकाः
|
What is Shabd Roop of Balika? Know
below (शब्द
रूप) shabd roop of balika in sanskrit
grammar. बालिका
(लड़की) ke Striling shabd roop kya Hain.
विभक्ति
|
एकवचन
|
द्विवचन
|
बहुवचन
|
प्रथमा
|
बालिका
|
बालिके
|
बालिकाः
|
द्वितीया
|
बलिकाम्
|
बालिके
|
बालिकाः
|
तृतीया
|
बालिकया
|
बलिकाभ्याम्
|
बालिकाभिः
|
चर्तुथी
|
बलिकायै
|
बलिकाभ्याम्
|
बालिकाभ्यः
|
पन्चमी
|
बालिकायाः
|
बलिकाभ्याम्
|
बालिकाभ्यः
|
षष्ठी
|
बालिकायाः
|
बालिकयोः
|
बालिकानाम्
|
सप्तमी
|
बालिकायाम्
|
बालिकयोः
|
बालिकासु
|
सम्बोधन
|
हे बालिके!
|
हे बालिके!
|
हे बालिकाः
|
What is Shabd Roop of Chhatra? Know
below (शब्द
रूप) shabd roop of chhatra in sanskrit
grammar. छत्र
ke Napunsakling shabd roop kya Hain.
विभक्ति
|
एकवचन
|
द्विवचन
|
बहुवचन
|
प्रथमा
|
छत्रम्
|
छत्रे
|
छत्राणि
|
द्वितीया
|
छत्रम्
|
छत्रे
|
छत्राणि
|
तृतीया
|
छत्रेण
|
छत्राभ्याम्
|
छत्रैः
|
चर्तुथी
|
छत्राय
|
छत्राभ्याम्
|
छत्रेभ्यः
|
पन्चमी
|
छत्रात्
|
छत्राभ्याम्
|
छत्रेभ्यः
|
षष्ठी
|
छत्रस्य
|
छत्रयोः
|
छत्राणाम्
|
सप्तमी
|
छत्रे
|
छत्रयोः
|
छत्रेषु
|
सम्बोधन
|
हे छत्रम्!
|
हे छत्रे!
|
हे छत्राणि!
|
What is Shabd Roop of Kavi? Know
below (शब्द
रूप) shabd roop of kavi in sanskrit
grammar. कवि
(Kavi) ke shabd roop kya Hain.
विभक्ति
|
एकवचन
|
द्विवचन
|
बहुवचन
|
प्रथमा
|
कविः
|
कवी
|
कवयः
|
द्वितीया
|
कविम्
|
कवी
|
कवीन्
|
तृतीया
|
कविना
|
कविभ्याम्
|
कविभिः
|
चर्तुथी
|
कवये
|
कविभ्याम्
|
कविभ्यः
|
पन्चमी
|
कवेः
|
कविभ्याम्
|
कविभ्यः
|
षष्ठी
|
कवेः
|
कव्योः
|
कवीनाम्
|
सप्तमी
|
कवौ
|
कव्योः
|
कविषु
|
सम्बोधन
|
कवे
|
कवी
|
कवयः
|
What is Shabd Roop of Buddhi? Know
below (शब्द
रूप) shabd roop of buddhi in sanskrit
grammar. बुद्धि
ke Ikarant Striling shabd roop kya Hain.
विभक्ति
|
एकवचन
|
द्विवचन
|
बहुवचन
|
प्रथमा
|
बुद्धिः
|
बुद्धी
|
बुद्धयः
|
द्वितीया
|
बुद्धिम्
|
बुद्धी
|
बुद्धीः
|
तृतीया
|
बुद्ध्या
|
बुद्धिभ्याम्
|
बुद्धिभिः
|
चर्तुथी
|
बुद्ध्यै, बुद्धये
|
बुद्धिभ्याम्
|
बुद्धिभ्यः
|
पन्चमी
|
बुद्ध्याः, बुद्धेः
|
बुद्धिभ्याम्
|
बुद्धिभ्यः
|
षष्ठी
|
बुद्धयाः, बुद्धेः
|
बुद्ध्योः
|
बुद्धीनाम्
|
सप्तमी
|
बुद्ध्याम्, बुद्धौ
|
बुद्ध्योः
|
बुद्धिषु
|
सम्बोधन
|
हे बुद्धे
|
हे बुद्धी
|
हे बुद्धयः
|
For more tables please open this link
:- http://www.hindi2dictionary.com/shabd-roop.html
On this site
you will get all the shabdaroop table from A to Z.
Thank you.
Respected sir
ReplyDeleteI am a.k.taksheel from 7A can I get last year's question paper of Sanskrit for practice.
I can give you full 8th material .
DeleteI need vastu Shabd rup
ReplyDeletesir can u pls post sankhyaa table 3 and 4 explanation
ReplyDeleteSir 8 ka kab ayega
ReplyDeleteSir where is koshthak table?
ReplyDelete